भोपाल/कटनी, 20 अगस्त 2025: कटनी की 22 वर्षीय लॉ ग्रेजुएट व सिविल जज परीक्षार्थी अर्चना तिवारी की लगभग दो सप्ताह की गुमशुदगी पर Crime Tak पर आज पुलिस के इंटरव्यू के बाद बड़ा खुलासा हुआ है जीआरपी ने बताया कि अर्चना को 19 अगस्त की रात उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के नेपाल सीमा के पास सुरक्षित बरामद किया गया और उसे परिवार के पास भेजने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है; पुलिस बेसिक टाइमलाइन, मोबाइल कॉल डिटेल्स और सीसीटीवी फुटेज के मिलान से स्पष्ट कर रही है कि 7–8 अगस्त की रात ट्रेन से अचानक गायब होने के बाद अर्चना ने करीब 12–13 दिनों में कई शहरों का सफर कर काठमांडू तक पहुंँचने का रास्ता अपनाया। पुलिस ने शुरुआती पूछताछ में यह भी कहा कि मामले में ‘लव-एंगल’ और पारिवारिक शादी के दबाव का संकेत मिल रहा है जांच में यह पाया गया है कि अर्चना ने किसी परिचित युवक के साथ काठमांडू तक जाने की योजना बनाकर अपने परिवार को जानकारी दी थी, जबकि परिवार ने पुलिस को यह जानकारी छिपा कर रखा, जिस पर अधिकारियों ने नाराजगी जताई; साथ ही कुछ स्थानों पर यह भी आरोप-प्रत्यारोप सामने आए कि गायब होने में एक–दो दोस्तों तथा टिकट बुक कराने में एक कांस्टेबल का भी नाम जुड़ा था, जिसकी भूमिका की भी स्वतंत्र रूप से जाँच की जा रही है।

पुलिस ने स्पष्ट किया कि अभी तक कोई ठोस लोगों के खिलाफ आपराधिक आरोप तय नहीं किए गए हैं और मेडिकल परीक्षण, 161 CrPC के बयान तथा आवश्यक होने पर 164 के तहत मजिस्ट्रेट समक्ष बयान दर्ज करने की प्रक्रियाएँ जारी रहेंगी; अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान समय में तकनीकी साक्ष्यों टिकट, लोकेशन-डेटा, यूपीआई/कॉल ट्रेल और स्टेशन-सीसीटीवी का परीक्षण कर के ही अंतिम निष्कर्ष सार्वजनिक किया जाएगा। घटनाक्रम ने रेलयात्री सुरक्षा और परिवर्तित पारिवारिक इच्छाओं के समन्वय संबंधी सवाल भी उठाए हैं और स्थानीय समुदायों में युवा महिलाओं पर परिवारिक दबाव, करियर बनाम विवाह के विकल्प और युवाओं के व्यक्तिगत निर्णयों के सम्मान की बहस तेज हो गई है। मीडिया में प्रकाशित फुटेज और पुलिस के आज के बयान के आधार पर यह मामला अभी जांच के एंगलों के साथ खुला हुआ है — पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि मामले से संबंधित कोई भी जानकारी होने पर जीआरपी/स्थानीय थाने को सूचित करें ताकि फास्ट-ट्रैक सत्यापन के साथ मामले को शीघ्रता से सुलझाया जा सके। इस खंड-रिपोर्ट में बताए गए तथ्य पुलिस ब्रीफिंग, स्थानीय और राष्ट्रीय समाचार कवरेज पर आधारित हैं; जैसे-जैसे जांच अधिकारी और परिवारिक बयान आगे आयेंगे, आधिकारिक बयानों के अनुसार ही ताज़ा अपडेट प्रकाशित किए जाएंगे।