उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में धर्मांतरण रैकेट के मास्टरमाइंड कहे जा रहे छांगुर बाबा की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। ATS ने छांगुर बाबा और उनकी करीबी सहयोगी नसरीन उर्फ नीतू को गिरफ्तार कर लिया है। जांच एजेंसियों का दावा है कि पिछले 15 वर्षों से बाबा एक संगठित गिरोह के जरिए गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन करवा रहे थे।

प्रशासन की कार्रवाई के दौरान बाबा की आलीशान संपत्तियों का भी खुलासा हुआ। बलरामपुर के मधपुर इलाके में 70 कमरों वाला विला, कॉलेज, अस्पताल और मदरसे समेत कई अवैध इमारतें खड़ी की गई थीं, जिन्हें हाल ही में बुलडोजर चलाकर गिरा दिया गया। बताया जा रहा है कि यह सारी संपत्तियाँ ग्राम सभा की जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई थीं।
ED की जांच में बाबा के खातों में करीब 100–300 करोड़ रुपये का संदिग्ध लेन-देन सामने आया है। इनमें बड़ी मात्रा में विदेशी फंडिंग भी शामिल है। बाबा की कोठी में विदेशी नस्ल के घोड़े, कुत्ते, महंगी गाड़ियाँ और निजी पॉवर स्टेशन तक मिला, जिससे उनकी आलीशान और रहस्यमयी जिंदगी पर से पर्दा उठा।
बाबा ने अपनी नातिन की सगाई नसरीन की बेटी सबीहा से कराई थी, जिसमें कथित तौर पर 5 करोड़ रुपये का शोरूम दहेज के रूप में दिया गया। इधर, दो पीड़ित महिलाओं ने पुलिस के सामने बयान देकर आरोप लगाया कि बाबा का गिरोह सिर्फ धर्मांतरण तक सीमित नहीं था, बल्कि भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने की साजिश भी रच रहा था।
प्रशासन ने छांगुर बाबा से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में हुए ₹8.55 लाख के खर्च की वसूली का भी आदेश दिया है। फिलहाल बाबा ATS की हिरासत में हैं और ED मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से भी गहन जांच कर रही है। इस पूरे मामले ने प्रदेश ही नहीं, देशभर में सनसनी फैला दी है, और आने वाले दिनों में इस रैकेट से जुड़े और भी बड़े खुलासों की उम्मीद जताई जा रही है।